बुधवार, 31 दिसंबर 2008
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !! !!
वर्ष २००९ में हिन्दी के चिट्ठाकारों की संख्या एक लाख से भी अधिक हो जायें इन्ही शुभकामनाओं के साथ ....
संजय पाण्डेय (राष्ट्रीय संयोजक)
बुन्देलखंड एकीकृत पार्टी ।
मंगलवार, 30 दिसंबर 2008
भारत में राज्यों का पुनर्गठन हो : संजय पाण्डेय
शुक्रवार, 26 दिसंबर 2008
रेल संपर्क से खजुराहो में पर्यटन व्यवसाय समृद्ध होगा
बुन्देली भाषा को संविधान की अनुसूची आठ में शामिल किया जाए : संजय पाण्डेय
भारतीय संविधान में मान्यता प्राप्त भारतीय भाषाओँ को अनुसूची क्रमांक आठ में रखा गया है और इन भाषाओँ के संवर्धन के लिए अलग से राजभाषा आयोग की व्यवस्था भी संविधान में है ।संविधान की आठवी अनुसूची में कई भाषाएँ तो ऐसी हैं जिनके प्रयोगकर्ता एक करोड़ से कम है (असमिया -89 लाख, मैथिली-61 लाख, संथाली-37 लाख, कश्मीरी - 24 लाख , कोंकणी-15 लाख, नेपाली-13 लाख़, डोगरी-13 लाख़, सिंधी-12 लाख ) किंतु हमारे देश में चार करोड़ बुन्देली भाषी लोग हैं फ़िर भी बुन्देली भाषा को मान्यता प्रदान करते हुए इसे अनुसूची -8 में शामिल नही किया गया ।
बुंदेलखंड एकीकृत पार्टी के संयोजक संजय पाण्डेय के अनुसार बुन्देली भाषा को राजकीय संरक्षण न मिलने से बुन्देली साहित्य और साहित्यकारों की दुर्दशा हो रही है किन्तु बुन्देलखंड क्षेत्र के सांसद इस विषय को संसद में उठाने की जरूरत ही नहीं समझते हैं । इसलिए बुन्देलखंड एकीकृत पार्टी ने अपने एजेंडे में पृथक बुन्देलखंड राज्य निर्माण के साथ साथ बुन्देली भाषा को सम्मान दिलाते हुए इसे संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल करवाना अपने उद्देश्यों की उच्च वरीयता में रखा है ।
गुरुवार, 25 दिसंबर 2008
माया सरकार लूट खसोट में व्यस्त है : संजय पाण्डेय
रविवार, 21 दिसंबर 2008
बुन्देलखंड : खाली होते गाँव के गाँव
कुछ लोगो ने पुनः क़र्ज़ काढ कर खाद, बीज का जुगाड़ तो कर लिया और बुबाई भी कर दी,किन्तु फसल आने में तो अभी तीन महीने शेष हैं,पेट की भी चिंता है, साहूकारों का क़र्ज़ भी उतारना है इसलिए लोग मजबूर होकर मजदूरी की खातिर महानगरों के लिए पलायन कर रहे हैं। रोज़ हजारों युवक दिल्ली मुम्बई के लिए प्रस्थान कर रहे हैं,फलस्वरूप यहाँ के गावों में बुजुर्ग और महिलाएं ही शेष रह गए है, गाँव के गाँव खाली हो गये हैं। बुन्देलखंड एकीकृत पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक संजय पाण्डेय के अनुसार बुंदेलखंड की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लौटने में अभी वक्त लगेगा ,इसलिए यहाँ के लोगों को जो सरकारी सहायताये सूखे के दौरान दी जाती थीं वे अभी बंद नहीं की जानी चाहिए, इतना ही नहीं बल्कि खाद,बीज,सिंचाई,लगान आदि में भी राहत की पेशकश सरकारों की तरफ से की जानी चाहिए.
बुन्देलखंड के जन प्रतिनिधि एक जुटता दिखाएँ : संजय पाण्डेय
बुधवार, 17 दिसंबर 2008
बुंदेलखण्ड : पृथक राज्य के लिए उठती आवाज
बुन्देलखण्ड : पृथक राज्य के लिए उठती मांग
मंगलवार, 9 दिसंबर 2008
बुंदेलखंड एकीकृत पार्टी समर्थित प्रत्याशी भंवर राजा विजयी हुए
इसलिए उनकी जीत पर बुंदेलखंड एकीकृत पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक श्री संजय पाण्डेय ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी जीत बुंदेलखंड राज्य निर्माण के लिए चलाये जा रहे आन्दोलन के लिए शुभ संकेत है.